संपुटित श्री सूक्त ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ॐ महालक्ष्म्यै नमः।ॐ दुर्गे स्मृता हरसिभीतिमशेषजन्तोः स्वस्थैः स्मृता मतिमतीव शुभां...
ध्यानम् ।शान्तं पद्मासनस्थं शशिधरमुकुटं पञ्चवक्त्रं त्रिनेत्रंशूलं वज्रं च खड्गं परशुमभयदं दक्षभागे वहन्तम् ।नागं पाशं च घण्टां प्रलयहुतवहं साङ्कुशं वामभागेनानालङ्कारयुक्तं स्फटिकमणिनिभं पार्वतीशं नमामि ॥ स्तोत्रम्...
उमापति महेश्वरम नमामि शिव नमो भूत भूतनाथ नन्दीश्वर श्री हरे,बहत गंग शिरपरे, जटा उतंग फरफरे, हिमालये उमा सहित, शोभितं निरन्तरं,उमापति महेश्वरम, नमामि शिव शंकरम।।...
हनुमत बीसा ।। दोहा ।। राम भक्त विनती करूँ,सुन लो मेरी बात । दया करो कुछ मेहर उपाओ, सिर पर रखो हाथ ।। ।।...
आरती गजबदन विनायक आरती गजबदन विनायक की। सुर-मुनि-पूजित गणनायक की॥ आरती गजबदन विनायक की॥ एकदन्त शशिभाल गजानन, विघ्नविनाशक शुभगुण कानन। शिवसुत वन्द्यमान-चतुरानन, दुःखविनाशक सुखदायक...
श्री बाँके बिहारी की आरती श्री बाँके बिहारी तेरी आरती गाऊँ। कुन्जबिहारी तेरी आरती गाऊँ। श्री श्यामसुन्दर तेरी आरती गाऊँ। श्री बाँके बिहारी तेरी...
श्री राम जानकी बैठे हैं मेरे सीने में लिरिक्स नहीं चलाओ बाण व्यंग के ऐ विभीषणताना ना सह पाऊं, क्यों तोड़ी है यह माला,तुझे...
सिद्धकुंजिका स्तोत्र देवी माहात्म्य के अंतर्गत परम कल्याणकारी स्तोत्र है। यह स्तोत्र रुद्रयामल तंत्र के गौरी तंत्र भाग से लिया गया है। सिद्धकुंजिका स्तोत्र...
श्री राम और माता सीता द्वारा कराया श्राद्ध-गरूड़ पुराण : श्रद्धा में पितृगण साक्षात प्रकट होते हैं और वे श्राद्ध का भोजन करने वाले...
देवी कवच का पाठ दुर्गा सप्तशती के पाठ करने से पहले किया जाता है। इस कवच का पाठ करने से देवी दुर्गा अपने भक्तों...